कोरोना संक्रमण के कारण इस साल भी अमरनाथ यात्रा को रद कर दिया गया है। पिछली बार की तरह पवित्र गुफा में पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की जाएगी। शिव भक्त घर बैठे बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा में सुबह और शाम होने वाली आरती का सीधा प्रसारण देख पाएंगे। मगर यात्रा सिर्फ सांकेतिक ही होगी। साल 2019 में यात्रा को बीच में रोक दिया गया था। साल 2020 में कोरोना के कारण यात्रा रद हो गई और इस साल भी कोरोना के कारण यात्रा को रद कर दिया गया है।
उपराज्यपाल व श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन मनोज सिन्हा ने सोमवार को श्राइन बोर्ड के सदस्यों के साथ बैठक कर इस मुद्दे पर व्यापक विचार-विमर्श किया। बैठक में बोर्ड के सदस्यों ने अपनी-अपनी राय दी। मुख्य सचिव समेत कई अधिकारियों के साथ भी यात्रा को लेकर सभी पहलुओं पर गौर किया गया। उसके बाद यात्रा को रद करने का फैसला किया गया। उपराज्यपाल ने कहा कि पवित्र गुफा पहुंचने वाले संतों को आरती करनी है और इसके लिए जरूरी है कि कोरोना की रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाए।
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार ने कहा कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड लाखों शिव भक्तों की आस्था को समझता है और उनकी भावनाओं की कद्र करता है। इसलिए उनके लिए आरती के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की गई है। रोजना सुबह छह बजे और शाम पांच बजे आधे-आधे घंटे के लिए आरती का सीधा प्रसारण बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट श्रीअमरनाथजीश्राइन.काम/आरतीलाइव.एचटीएमएल और एमएचवन प्राइम चैनल पर होगा। श्राइन बोर्ड की मोबाइल आधारित एप पर भी आरती के दर्शन किए जा सकेंगे, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार ने बताया कि 22 अगस्त को रक्षा बंधन वाले दिन यात्रा के समापन पर छड़ी मुबारक के लिए प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने जम्मू-कश्मीर और देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की है। हमारा प्रयास कोरोना पर अंकुश लगाना और स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत करना है। श्री अमरनाथ यात्रा को 28 जून से शुरू करने का फैसला दिया गया था और यात्रा 56 दिन की थी, जो रक्षा बंधन वाले दिन 22 अगस्त को संपन्न होनी थी। यात्रा को लेकर एडवांस पंजीकरण एक अप्रैल से शुरू हुआ था, लेकिन कोरोना से उपजे हालात के कारण बोर्ड ने इसे बीच में ही बंद कर दिया था। यात्रा को लेकर पिछले काफी दिनों से असमंजस बना हुआ था। (एजेंसियां)