कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसानों के प्रदर्शन (Farmers Protest) को देखते हुए रविवार को सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किया गया है।
टिकरी बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन 72वें दिन भी जारी
कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन 72वें दिन भी जारी है।
चक्का जाम ठीक रहाः राकेश टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि चक्का जाम ठीक रहा। हमारा संदेश पहुंचा। जनता को परेशानी भी न आए और हमारी बात भी पहुंच जाए। हम सरकार से बातचीत करना चाहते हैं। मैं भी 40 लोगों की कमेटी (संयुक्त किसान मोर्चा) में एक सदस्य हूं। जैसे पहले बातचीत होती थी, वैसे ही बातचीत हो। लुधियाना में चक्का जाम के दौरान एक ट्रैक्टर पर ‘भिंडरावाले’ के झंडे पर राकेश टिकैत ने कहा कि बात करेंगे। अगर ऐसा हुआ है तो गलत हुआ। जो चीज प्रतिबंधित है वो नहीं लगानी चाहिए।
जानें, क्या कहा दर्शन पाल ने
किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि ‘चक्का जाम’ सफल और शांतिपूर्ण रहा। कर्नाटक और तेलंगाना में कुछ समस्या सामने आई है, कुछ लोगों को हटाया गया है। आने वाले दिनों में आंदोलन को आगे बढ़ाने पर बैठक में चर्चा हुई है। उनके मुताबिक, टिकैत जी को लगा कि उत्तराखंड और यूपी में दंगे हो सकते हैं, इसके बाद तुरंत उन्होंने प्रेस में बयान दिया। अगर और लोगों से बात करके कोई बयान देते तो अच्छा होता। उन्होंने बाद में हमसे बात की, मैं मानता हूं कि जल्दबाजी में ऐसा नहीं करना चाहिए था।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कही ये बात
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर जो हो रहा है, उनको मैं बताना चाहता हूं कि आपके प्रति हमारी पूरी संवेदना है। हमारे किसानों के प्रति अगर हम हनुमान होते तो छाती खोलकर दिखाते की हमारे मन में क्या है। (एएनआई)
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