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Self Employment: स्वरोजगार चाहने वालों के लिए खुले द्वार

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किसान (Farmer) , खेती और कृषि कानून को लेकर देश भर में चिंता, चिंतन और विचार मंथन का दौर है। खेत और खेती पर किसान के हक -हकूक के लिए सियासत गरमाई हुई है। सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक किसान, खेत, खेती और खरीदार को लेकर आवाज बुलंद है। ऐसे में देश का एक युवा वर्ग ऐसा भी है जो अपने तकनीकी ज्ञान को किसान, खेत, खेती, खरीदार और स्वरोजगार से जोड़कर समाज को अपना दीर्घकालीन और भविष्योन्मुखी योगदान देने को तत्पर है।
राजस्थान में अजमेर के युवा आईआईटीएन इंजीनियर सार्थक मित्तल की स्टार्टअप कंपनी के ऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट्स का रिटेल ब्रांड मित्तल ऑर्गेनिक्स शीघ्र  ही भारतीय बाजार में आ रहा है। देश भर में इसके लिए डीलर्स की नियुक्ति की कवायद प्रारंभ हो गई है। मित्तल ऑर्गेनिक्सए ऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट्स का ऐसा ब्रांड है जो भारतीय और अमेरिका दोनों के ऑर्गेनिक स्टेण्डर्ड के तहत सर्टिफाइड है।
सार्थक मित्तल ने बताया कि वे अपने प्रोडक्ट्स को कुछ चुनिंदा बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुंचाने की बजाय स्वरोजगार चाहने वाले युवाओं व महिलाओं के माध्यम से व्यापक डीलर नेटवर्क बनाकर पहुंचाना चाहते हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने बताया कि इससे रोजगार चाहने वाले लोगों के लिए रोजगार का ऐसा नेटवर्क बन सकेगा, जिसमें बिना किसी खास निवेश के वे अपने घर से ही अपना व्यवसाय शुरू कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि देशभर में डीलर्स की नियुक्ति की कवायद शुरू कर दी गई है।
सार्थक ने जानकारी दी कि कोई भी व्यक्ति डीलर बनने के लिए उनकी वेबसाइट मित्तलऑर्गेनिक्स डॉट कॉम पर जाकर अप्लाई कर सकता हैं या फोन नंबर 99299 99094 पर संपर्क कर सकता है। डीलर बनने के लिए ना तो किसी पूर्व अनुभव की आवश्यकता है तथा ना ही किसी प्रकार की डिपॉजिट ली जाएगी। युवा व महिलाएं अपने घर से ही छोटे से निवेश पर अपनी डीलरशिप शुरू कर सकेंगे।
सार्थक मित्तल ने बताया कि मित्तल ऑर्गेनिक्स के प्रोडक्ट्स में अनाज, आटा, दालें, बींस, मसाले, तिलहन, शहद, गुड़, चीनीए, चाय, नट्स  और ड्राई फ्रुट्स, सुपर फूड्स आदि उपलब्ध हैं। जल्द ही गाय का घी, तेल आदि भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त भविष्य में ताजा सब्जियां व फल, डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, पनीर आदि तथा बेकरी प्रोडक्ट्स में बिस्किट, ब्रेड, पेस्टी, केक वगैरहा उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जाएंगे। सार्थक ने जानकारी दी कि उनकी योजना तो महिला गृह उद्योग के माध्यम से बने अचार, मुरब्बे, शरबत, चिप्स, खीचे, पापड़, मगोड़ी इत्यादि खाद्य पदार्थ भी अपने ग्राहकों को मुहैया कराने की है।
उल्लेखनीय है कि आईआईटी मुंबई से एनर्जी साइंस में बीटेक व एमटेक की डिग्री प्राप्त करने के बाद लाखों के विदेशी पैकेज का लालच छोड़ अजमेर लौटे सार्थक मित्तल अजमेर संभाग के किसानों को सहकारी संस्थाओं, एनजीओ के माध्यम से ऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट्स उत्पादन की अपनी मुहिम से जोड़ना चाहते हैं। उन्हें उनके उत्पाद से संबंधित तकनीकी ज्ञान, साधन, संसाधन और राजकीय तंत्र द्वारा समय-समय पर उनके लिए उपलब्ध सुविधाओं व योजनाओं की भलीभांति जानकारी सहज उपलब्ध कराने का कार्यक्रम भी उन्होंने बना रखा है।
सार्थक का मानना है ऑर्गेनिक खेती से जोड़ने के लिए जरूरी है कि उनको उपज की उचित कीमत मिले और उपज की पूरी खपत हो। ऐसा तब ही संभव हो सकता है, जब स्थापित बाजार हो। इसीलिए उन्होंने खुद ऑर्गेनिक फूड प्रोडेक्टस का रिटेल ब्रांड मित्तल ऑर्गेनिक्स के नाम से बाजार में लांच किया है।
सार्थक ने बताया कि सर्टिफाइड ऑर्गेनिक, जैविकद्ध फूड प्रोडक्ट्स बाजार में कदम बढ़ाने का उनका उद्देश्य समाज को कुछ अच्छा लौटाना है, जहां से उन्होंने स्वयं बहुत कुछ पाया है। शुद्ध व पौष्टिक फूड प्रोडक्ट्स लोगों को उपलब्ध होंगे तो हम भावी पीढ़ी को निरोगी, स्वस्थ और सेहतमंद बनाए रख सकेंगे। सार्थक ने बताया कि उन्हें खुशी है कि उन जैसे अनेक युवा इंजीनियर लाखों के पैकेज वाली नौकरियों को त्याग कर अपने घरों की ओर लौट रहे हैं और अपने ज्ञान का इस्तेमाल स्वयं की व्यावसायिक इकाइयों की स्थापना में कर खुद तो आत्मनिर्भर हो ही रहे हैं, वहीं औरों को भी आत्मनिर्भर बनने में मददगार बन रहे हैं। यह एक तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में उनका समर्थन है।

सार्थक का कहना है कि जल्दी और अधिक मुनाफा पाने के लिए फूड प्रोडक्ट्स में केमिकल फर्टिलाइजर और कीटनाशकों का प्रयोग अत्यधिक मात्रा में किया जा रहा है, जिससे उनकी पौष्टिकता नष्ट हो रही है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक नुकसान दायक होने के साथ ही विभिन्न रोगों की वजह भी हैं। वहीं, इससे भूमि की उर्वरता भी समाप्त हो रही है। सब कुछ जानते हुए भी हम उनका उपभोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऑर्गेनिक फूड्स में पौष्टिक तत्वों जैसे एंटीऑक्सिडेंट्सए विटामिनए मिनरल्स आदि की मात्रा नॉन ऑर्गेनिक फूड्स की तुलना में काफी अधिक होती है। इनमें विटामिन सी, जिंक और आयरन की अधिकता हमारी इम्यूनिटी पावर बढ़ाते हैं। सार्थक मित्तल अजमेर संभाग के निजी स्वास्थ्य सेवा संस्थान मित्तल हॉस्पिटल के निदेशक मनोज मित्तल के पुत्र हैं। (एसजेएनएन)

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