भूमि सुपोषण (Nutrition Campaign) से ही भारत का किसान स्वावलंबी बनेगा साथ ही सुपोषित भूमि से ही भारत के प्रत्येक व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध होगा। स्वदेशी जागरण मंच (Swadeshi Jagran Manch) प्रत्येक जिले को स्वावलंबी जिला बनाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल ने कार्यकर्ताओं से यह बात कही।
राजस्थान क्षेत्र की ऑनलाइन बैठक में कश्मीरी लाल ने कहा कि भूमि के सुपोषण से संबंधित जागरूकता अभियान में किसानों की सभी समस्याओं का निदान संभव है। भूमि सुपोषित होगी तो उत्पादन भी अच्छा होगा भूमि की उर्वरा शक्ति बनी रहेगी तो किसानों को रासायनिक उर्वरक व कीटनाशकों का उपयोग नहीं करना होगा। जैविक खेती के माध्यम से खेती करने पर फसल की उत्पादन लागत में कमी आएगी साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्र में कृषि कार्य के लिए जो साधन अपनाए जाते हैं वर्तमान में उन पर पूरा अधिकार मशीनों का हो गया है ऐसे में पर्यावरण और इको सिस्टम को बचाए रखने के लिए पशुओं का उपयोग भी वर्तमान समय की महती आवश्यकता हो गई है। कृषि को पशुओं से दूर करना आने वाले समय में खेतों को बंजर करने की ओर एक संकेत हैं। आज वर्तमान समय में आवश्यकता भूमि को सुपोषित करने की है यदि भूमि सुपोषित रही तो किसानों और पर्यावरण से संबंधित सभी समस्याओं का निदान संभव है
चित्तौड़ प्रांत प्रचार प्रमुख डॉक्टर संत कुमार ने बताया कि राजस्थान क्षेत्र तीन प्रांतों से मिलकर बना है, चित्तौड़ जयपुर और जोधपुर प्रांत के सभी प्रांत स्तरीय प्रमुख कार्यकर्ताओं की ऑनलाइन बैठक में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा चलाए गए डिजिटल हस्ताक्षर अभियान, स्वदेशी स्वालंबन अभियान तथा जिला स्तरीय स्वदेशी उत्पादन सूची जिले को और गांव को आत्मनिर्भर बनाने संबंधी विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्रीय संयोजक डॉ धर्मेंद्र दुबे ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे स्वदेशी कार्यकर्ताओं की टोली में ऊर्जा का संचार करते हुए प्रत्येक जिले के स्थानीय उत्पादों की एक सूची तैयार करें और उस सूची को जिले के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाएं जिससे उस जिले के अंदर उत्पादित होने वाले सभी उत्पादनों की जानकारी जिले के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे और प्रत्येक व्यक्ति उनका उपयोग करें। जिससे जिले को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी।
प्रचार प्रमुख डॉक्टर संत कुमार ने बताया कि स्वदेशी जागरण मंच आत्मनिर्भर स्वावलंबी भारत के लिए प्रत्येक जिले के लिए केंद्र की ओर से भेजे जा रहे राशि का सही उपयोग हो को लेकर भी काम करने जा रहा है, जिसमें सूचना का अधिकार अधिनियम और पीआईएल का सहारा लेगा।
डॉ कुमार ने बताया कि इस अवसर पर क्षेत्रीय विचार विभाग का कार्य देख रहे जय सिंह शक्तावत, राजस्थान क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुदेश सैनी, जयपुर प्रांत संगठन मनोहर शरण, जयपुर प्रांत संयोजक सुरेश राठी, प्रांत सह संयोजक सुरेंद्र नामा, जोधपुर प्रांत संयोजक अनिल, उदयपुर प्रांत संयोजक पुरुषोत्तम शर्मा, सहित राजस्थान क्षेत्र के 100 कार्यकर्ता उपस्थित थे। डॉ कुमार ने बताया कि बैठक का संचालन स्वदेशी स्वालंबन अभियान राजस्थान क्षेत्र के समन्वयक डॉ सतीश आचार्य ने किया बैठक का प्रारंभ गायत्री मंत्र के साथ सभी कार्यकर्ताओं का परिचय करवाते हुए प्रारंभ हुआ। (एसजेएनएन)
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