केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हिमाचल प्रदेश दौरे के दौरान कुल्लू पहुंचने पर भुंतर एयरपोर्ट के बाहर कुल्लू के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सुरक्षा अधिकारियों के बीच हाथापाई हो गई। एसपी ने एक सुरक्षा अधिकारी को थप्पड़ जड़ दिया तो दूसरे सुरक्षा अधिकारी ने लात मार दी। इस मामले में डीजीपी संजय कुंडू ने एसपी गौरव सिंह, एएसपी बृजेश सूद व मानद एएसआइ बलवंत को जबरन छुट्टी पर भेज दिया। प्रारंभिक जांच होने तक इनके मुख्यालय अलग-अलग तय किए गए।
नितिन गडकरी के काफिले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का वाहन पीछे होने के कारण भुंतर हवाई अड्डे के बाहर पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के साथ सुरक्षा अधिकारी बृजेश सूद का विवाद हो गया। तैश में आकर गौरव सिंह ने मुख्यमंत्री के सुरक्षा अधिकारी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) बृजेश सूद को थप्पड़ जड़ दिया। जब यह विवाद हुआ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी वहीं गाड़ी में बैठे थे। मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मियों को जब इस बात का पता चला तो वे भी तैश में आ गए। उन्होंने पुलिस अधीक्षक के साथ धक्का-मुक्की की। सुरक्षा अधिकारी व मानद सहायक उपनिरीक्षक (मानद एएसआइ) बलवंत सिंह ने पुलिस अधीक्षक को लात मार दी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मामले की जांच के आदेश दे दिए व तीन दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
इसलिए हुआ विवाद
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलने भुंतर में फोरलेन प्रभावित किसान संघ के पदाधिकारी पहुंचे थे, जबकि नितिन गडकरी का उनसे मिलने का कोई कार्यक्रम तय नहीं था। वह अचानक वहां रुक गए थे। फोरलेन प्रभावितों ने अपनी बात रखी। काफिले में उचित व्यवस्था न होने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व उनके सुरक्षाकर्मी पीछे रह गए। जब मुख्यमंत्री पहुंचे तो नितिन गडकरी गाड़ी में बैठ चुके थे। बृजेश सूद ने इस बात को लेकर पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह से आपत्ति जताई। इस दौरान दोनों में कहासुनी हो गई और बात थप्पड़ और लात मारने तक पहुंच गई।
डीआइडी करेंगे जांच
मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मियों और पुलिस अधीक्षक के बीच झड़प का डीजीपी संजय कुंडू ने कड़ा संज्ञान लिया है। वह शिमला से कुल्लू के लिए रवाना हो गए थे। वहां पूरे घटनाक्रम का जायजा लेंगे। उन्होंने मामले की जांच का जिम्मा डीआइजी सेंट्रल रेंज मधुसूदन को सौंपा है।
सीएम ने दिए जांच के आदेश
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि भुंतर मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने को कहा है। जैसे ही रिपोर्ट आएगी, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। (एजेंसियां)