राजस्थान (Rajasthan) में अजमेर (Ajmer) संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में शनिवार देर रात शार्ट सर्किट से हड़कंप मच गया। शार्ट सर्किट से वार्ड में भर्ती 18 कोविड मरीजों की जान पर बन आई। हाई वोल्टेज आने पर वेंटिलेटर शिफ्टिंग के दौरान एक मरीज की मौत हो गई है। अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में बाकी मरीजों को तुरंत दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया। साथ ही, सही वेंटिलेटर व अन्य सामान भी दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। अस्पताल प्रशासन सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंच गया था। रेस्क्यू टीम को भी बुला लिया गया था। जिसने तत्काल वार्ड में भर्ती सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला,लेकिन एक मरीज को नहीं बचाया जा सका।
अस्पताल अधीक्षक डॉ अनिल जैन ने स्वीकारा कि आईसीयू वार्ड में हाई वोल्टेज आने और वोल्टेज फिलक्चुएशन होने के कारण मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया है। शिफ्टिंग के बीच एक वेंटिलेटर से दूसरे वेंटिलेटर पर मरीज को शिफ्ट करते समय एक मरीज की हालात ज्यादा गंभीर होने के चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका। जबकि बाकी 18 मरीजों को तुरंत दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था, फिलहाल हालात अभी काबू में है। वहीं, जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में हुए इस हादसे की सूचना पर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के निर्देश पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर विशाल दवे जेएलएन अस्पताल पहुंचे और अस्पताल अधीक्षक डॉ अनिल जैन से घटना की जानकारी ली है। (एसजेएनएन)