इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) उत्तराखंड ने शनिवार को योग गुरु बाबा रामदेव को बहस के लिए चुनौती दी है, उनसे पूछा है कि कौन से एलोपैथिक अस्पतालों ने कोरोना के इलाज के लिए पतंजलि की दवाएं दी हैं। आईएमए ने पैनल डिस्कशन के साथ बहस की सार्वजनिक रूप से चुनौती दी है।
जानें, क्या है मामला
रामदेव ने एक टीवी डिबेट में दावा किया था कि एलोपैथिक अस्पताल भी कोरोना इलाज के लिए पतंजलि की दवाओं का इस्तेमाल कर रहे थे। अब आईएमए ने इसे चुनौती देते हुए कहा कि रामदेव खुले मंच पर इस दावे को साबित करें और आईएमए से पूरे विवाद पर बहस करें। इससे पहले बाबा रामदेव ने कहा था कि वह आईएमए से 25 प्रश्नों पर जवाब चाहते हैं। रामदेव ने इसके लिए आईएमए को खुली चिट्ठी भी लिखी थी।
रामदेव को आईएमए ने भेजा 1000 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस
इससे पहले गत 26 मई को (आईएमए) उत्तराखंड ने रामदेव को 1000 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है। नोटिस में रामदेव से अगले 15 दिन में उनके बयान का खंडन वीडियो और लिखित माफी मांगने को कहा गया था। (एजेंसियां)