गिलोय की जड़ से लेकर पत्तियां तक गुणकारी हैं। सेहत के लिए यह हर तरह से लाभकारी है। गिलोय की खेती से आप लाखों रुपये कमा सकते हैं। गिलोय की जड़, तना और पत्तियों का उपयोग औषधियों के रूप में किया जाता है। गिलोय को अमृता, गुरबेल आद कई नामों से जाना जाता है। किसान गिलोय उगा कर अच्छा लाभ भी कमा सकते हैं। गिलोय एक बेल है। यह खाली मैदान, जंगल और दीवारों इत्यादि पर उगती है। इसके पत्ते पान की तरह बड़े, चिकने और हरे रंग के होते हैं। इसका फल मटर जैसा होता है। बीजों का रंग सफेद होता है। इसकी पत्तियों से लेकर जड़ और तना सभी उपयोगी होता है। सबसे ज्यादा लाभकारी तना होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीआक्सीडेंट होता है। इसे आसानी से घर में उगाया जा सकता है। इसकी रोपाई जून-जुलाई में की जाती है।
गिलोय से लाभ
इसकी पत्तियों में कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसे उबालकर पीने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है।
इसके तनों में स्टार्च की अच्छी मात्रा होती है। यह प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ खतरनाक बीमारियों से सुरक्षा करता है।
इसे घी और शहद के साथ मिलाकर पीने से खून की कमी दूर होती है।
पीलिया के मरीजों के लिए यह अत्यंत फायदेमंद होता है।
हाथ और पैरों में जलन से परेशान लोग इसका सेवन कर सकते हैं।
इससे कब्ज और गैस की समस्या नहीं होता। पाचन भी ठीक रहता है।
बुखार और सर्दी से दूर करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
शरीर और दिमाग को शांति देने के साथ याददाश्त अच्छी करता है।
गिलोय हमारे शरीर में गिरते प्लेटलेट को बढ़ाने में बहुत मददगार है
गिलोय का सेवन करने से शरीर में शक्ति का संचार हो जाता है। (एजजेएनएन)